डायबिटीज रोगियों के लिए किसी दवा से कम नहीं है मशरूम, जानिए कितना फायदेमंद

डायबिटीज रोगियों के लिए किसी दवा से कम नहीं है मशरूम, जानिए कितना फायदेमंद

सेहतराग टीम

आज के समय में डायबिटीज की समस्या अधिकतर लोगों को परेशान कर रही है। हर वर्ग के लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। वहीं अगर लोग अपने खान-पान और रहन-सहन में बदलाव करें तो इस बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। कई लोग इस समस्या से जुझते हुए पुरी जिंदगी दवाईंयों के सहारे गुजार देते हैं। ऐसी स्थिति में अगर दवाई के साथ-साथ अच्छी लाइफस्टाइल और खान-पान हो तो लोग डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी से बच सकते हैं। वहीं डायबिटिक पेशेंट्स को कई तरह के फूड्स लेने से पहले कई बार सोचना पड़ता है। लेकिन, बहुत से फूड्स ऐसे हैं जो डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी दवा से कम नहीं है इन्हीं में से एक है मशरूम। एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, डायबिटीज के मरीजों के लिए मशरूम किसी दवा से कम नहीं है। इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि मशरूम का सेवन डायबिटीज मरीजों के लिए कैसे फायदेमंद है

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तमाम औषधीय गुण से भरपूर है मशरूम

मशरूम में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इसमें विटामिन डी, सेलेनियम, जिंक, प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-डायबिटिक, एंटी वायरल एंटी कैंसर और एंटी माइक्रोबियल जैसे गुण पाए जाते हैं। इसके सेवन से डायबिटीज में आराम मिल सकता है।

इस तरह से डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद  है मशरूम  

मोटापा कम करने में कारगर

डायबिटीज रोगियों को आमतौर पर वजन कंट्रोल रखने की सलाह दी जाती है। मोटापे का ज्यादा बढ़ना शुगर के मरीजों के लिए बहुत घातक होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक मशरूम वजन को कंट्रोल करने में मददगार है।  

विटीमिन ए से भरपूर है मशरूम 

डायबिटीज की वजह से शरीर के कई हिस्से प्रभावित होते हैं। सबसे ज्यादा असर आंखों पर पड़ता है इसलिए मशरूम को डाइट में शामिल करने से ये परेशानी भी कम हो सकती है। मशरूम में विटीमिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो आंखों की रोशनी को ठीक रखता है।

मैटाबॉलिज्‍म करे मजबूत

मशरूम में विटामिन बीहोता है जो कि खाने को ग्‍लूकोज में बदल कर एनर्जी प्रोड्यूस करता है। विटामिन बी-2 और बी-3 भी मैटाबॉलिज्‍म को दुरुस्त रखते हैं। इसलिए मशरूम खाने से मैटाबॉलिज्‍म बेहतर बना रहता है।

मशरूम में होता है कम स्टार्च

डॉयबिटीज मरीजों को लो स्टार्च फूड खाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में मशरूम एक बेहतर विकल्प हो सकता है।  

ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है कम

मशरूम का जीआई बहुत ही कम होता है क्योंकि इसमें कार्ब्स का लेवल ना के बराबर होता है। डायबिटीज के मरीजों को ऐसे सभी फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करने के लिए कहा जाता है जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो होता है। ऐसे में मशरूम के सेवन से शरीर में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। अगर आप डायबिटीज रोगी हैं, तो रोजाना 100-150 ग्राम मशरूम खाना चाहिए।

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